गांधी परिवार के आस पास अब नहीं होगा SPG घेरा, मिलेगी जे़ड प्लस सुरक्षा



नई दिल्ली - राजीव गांधी के प्रधानमंत्री रहते, भारत के प्रधानमंत्री को एसपीजी (Special Protection Group) की सुरक्षा मुहैया करायी जाती थी। लेकिन एक आत्मघाती बम हमले में राजीव गांधी की मृत्यु के उपरांत यह नियम बनाया गया कि राजीव गांधी के परिवार के अन्य लोगों को भी एसपीजी सुरक्षा दी जाएगी। प्रियंका गांधी की शादी के बाद उनके पति राबर्ट वाडरा को भी सरकार ने एसपीजी सुरक्षा प्रदान की।  इसके मद्देनजर मीडिया में समय समय पर तमाम सवाल भी उठते रहे। लेकिन प्रधानमंत्री के सिवाय देश में अन्य चार लोगों को भी एसपीजी सुरक्षा मिलता रही । अब खबर है सरकार गांधी परिवार को मिली SPG सुरक्षा वापस लेने जा रही है। समाचार एजेंसी एएऩआई ने खबर ब्रेक की है कि कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी के साथ-साथ राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा को मिला एसपीजी कवर वापस ले लिया गया है।


सवाल यह है कि यदि गांधी परिवार की एसपीजी सुरक्षा हटायी जाती है तो क्या कोई सुरक्षा नहीं रहेगीा ? ऐसे में कयास लग रहे हैं कि अब कांग्रेस के इस अहम परिवार के सदस्यों को Z+ श्रेणी की सुरक्षा दी जाएगी। सूत्रों के मुताबिक गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक में यह फैसला लिया गया है। जेड प्लस सुरक्षा के तहत CRPF के कमांडोज गांधी परिवार की सुरक्षा करेंगे। ऐसे मामले में गृह मंत्रालय का तर्क होता है कि किसी भी व्यक्ति के सामने संभावित खतरे को देखते हुए सुरक्षा दी जाती है। फिलहाल गांधी परिवार को कोई खतरा नहीं है और ऐसे में जेड प्लस की सुरक्षा पर्याप्त होगी। गृह मंत्रालय समय-समय पर सुरक्षा कवर को लेकर समीक्षा करता रहता है।


उधर, कांग्रेस पार्टी ने सरकार के फैसले की निंदा की है।कांग्रेस नेता राशिद अल्वी ने सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि सरकार एसपीजी की सुरक्षा हटाकर गांधी परिवार को परेशान करना चाहती है। अल्वी ने कहा कि यह फैसला दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि गांधी परिवार के दो लोगों की हत्या कर दी गई थी, ऐसे में यह सुरक्षा नहीं हटनी चाहिए थी। कांग्रेस पार्टी ने कहा कि बीजेपी बदले की राजनीति कर रही है। कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने इसे बदले की राजनीति बताया है।



जैसा कि आपको बताया गया है कि पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी की हत्या के बाद पूरे गांधी परिवार को एसपीजी सुरक्षा कवर देने का फैसला किया गया था। इस फैसले के बाद अब केवल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को ही एसपीजी कवर रह गया है। इसका फायदा यह होगा कि एसपीजी कमांडो अब पूरी तरह देश के सबसे नागरिक की सुरक्षा में अपना पूरा ध्यान केंद्रित कर पाएंगे।