प्रकाश पर्व के अवसर पर गुरु नगरी पहुंचे 84 देशों के राजदूत

अमृतसर,


श्री गुरु नानक देव जी सिखों के सबसे बड़े गुरु हैं। मंगलवार को श्री गुरु नानक देव जी का 550वें प्रकाश पर्व अमृतसर में बहुत धूमधाम से मनाया गया। इस प्रकाश पर्व के अवसर पर भारतीय विदेश मंत्रालय ने 90 देशों के राजदूतों न्यौता भेजा था। इस पावन अवसर पर मंगलवार को गुरुनगरी अमृतसर बड़ी संख्या में विदेशी राजनयिक पहुंचे। एसजीपीसी सूत्रों के मुताबिक यह पहली बार हुआ है कि इतनी बड़ी संख्या में किसी रूहानियत के स्थान को देखने के लिए राजदूत अलग-अलग देशों से पहुंचे हों। श्री गुरु रामदास जी अंतरराष्ट्रीय एयरपोर्ट पर भव्‍य स्‍वागत के बाद सभी राजदूतों की अगुवानी करते हुए केंद्रीय शहरी विकास मंत्री हरदीप पुरी उन्हें दरबार साहिब में दर्शन करने के लिए लेकर गए। सांसद गुरजीत सिंह औजला भी राजदूतों के काफिले के साथ रहे। इस दौरान एसजीपीसी की ओर से उनका भव्य स्वागत किया गया ।वहां नतमस्‍तक होने के बाद उन्हें इंटरप्रेटेशन सेंटर में राजदूतों को थ्री-डी प्रेजेंटेशन के जरिए श्री गुरु राम दास जी द्वारा बसाई गई गुरु नगरी और श्री दरबार साहिब के इतिहास की जानकारी दी गई।

राजदूत पहले श्री गुरु रामदास अंतरराष्‍ट्रीय हवाई अड्डा पर पहुंचे। वहां उनका पारंपरिक तरीके से स्‍वागत किया गया। इसके बाद उनका काफिला हेरिटेज स्ट्रीट के लिए रवाना हुआ। उनके साथ केंद्रीय मंत्री हरदीप सिह पुरी भी थे। लगभग पौना घंटा शिष्टमंडल इंटरप्रेटेशन सेंटर में यह सारी जानकारियां लेगा। वो श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेकेंगे और इसके बाद अन्‍य स्‍थलों पर भी गए।

राजदूतों के लिए श्री हरिमंदिर साहिब के घंटाघर वाली साइड पर स्थित गोल्डन प्लाजा में समारोह के वास्‍ते विशाल टैंट लगाया गया। मंगलवार को एसजीपीसी के मुख्य सचिव डॉ. रूप सिंह, डीसीपी जगमोहन सिंह, एसडीसीपी हरजीत सिंह धालीवाल व सिविल प्रशासन के अलग-अलग अधिकारियों ने सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लिया था। डॉ. रूप सिंह ने बताया कि एसजीपीसी अध्यक्ष गोबिंद सिंह लोंगोवाल राजदूतों का स्वागत करने के बाद राजदूतों को सम्मानित किया गया। सुरक्षा के मद्देनजर पंडाल में सिविल वर्दी में महिला और पुरुष पुलिसकर्मी व एसजीपीसी की टास्क फोर्स तैनात रही।

डॉ. रूप सिंह ने कहा कि यह पहली बार है कि इतनी बड़ी संख्या में किसी रूहानियत के स्थान को देखने के लिए राजदूत अलग-अलग देशों से पहुंचे हैं। श्री गुरु नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर यह एक बढ़िया संदेश दुनिया भर में जा रहा है।