दिल्ली की हवा बेहद खतरनाक स्तर पर, पीएमओ हुआ एक्टिव

नई दिल्ली :  सावधान !  दिल्ली की हवा में जहर घुल गया है। दिल्ली की हवा आपके दिल के लिए खतरनाक हो गयी है। हालत यह हो गयी है कि रविवार को एयर क्वॉलिटी इंडेक्स 1000 से भी पार चला गया। ऐसे में प्रधानमंत्री कार्यालय हरकत में आ गया है। शाम को पीएम के प्रधान सचिव और कैबिनेट सचिव ने दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों के साथ बैठक की। तय हुआ कि राज्यों के मुख्य सचिव अपने-अपने यहां के सभी जिलों की 24 घंटे निगरानी करेंगे। केंद्र की तरफ से कैबिनेट सचिव स्थिति की हर रोज निगरानी करेंगे।


प्रधानमंत्री के प्रधान सचिव पी. के. मिश्रा और कैबिनेट सचिव राजीव गाबा ने रविवार शाम को दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के अधिकारियों के साथ विडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए बैठक की। आज की बैठक में पीएम के प्रधान सलाहकार, कैबिनेट सेक्रटरी और कृषि, पर्यावरण, वन और क्लाइम चेज मंत्रालय के सचिवों, सीपीसीबी चेयरमैन, आईएमडी के डायरेक्टर शामिल हुए। इनके अलावा दिल्ली, पंजाब और हरियाणा के कैबिनेट सेक्रटरी और दूसरे वरिष्ठ अधिकारी शामिल हुए।

दिल्ली-एनसीआर एयर पलूशन का स्तर इतना खतरनाक हो चुका है कि यहां की हवा आपको बीमार कर सकती है। प्रदूषण की वजह से दिल्ली के अलावा नोएडा, गाजियाबाद, फरीदाबाद और गुड़गांव के भी सारे स्कूल 5 नवंबर तक बंद कर दिए गए हैं। प्रदूषण की वजह से जहां राजधानी दिल्ली में पब्लिक हेल्थ इमर्जेंसी घोषित है । दिल्ली में वायु प्रदूषण को कम करने के लिए करीब 300 टीमें लगाई गई हैं और उन्हें इस काम के लिए जरूरी उपकरण दिए गए हैं। पीएम के प्रधान सचिव मिश्रा ने इससे पहले 24 अक्टूबर को प्रदूषण की स्थिति की समीक्षा की थी। कैबिनेट सेक्रटरी ने भी इस मुद्दे पर 4 अक्टूबर को बैठक की थी। अक्टूबर महीने में केंद्र के अधिकारियों ने प्रदूषण से निपटने के लिए जरूरी तैयारियों को लेकर ताबड़तोड़ बैठकें की थीं।

रविवार को स्मॉग की वजह से एयर ट्रैफिक भी प्रभावित हुई है। दिल्ली से करीब 37 उड़ानों को डायवर्ट करना पड़ा है। दिल्ली-एनसीआर में मौसम को देखते हुए डॉक्टरों ने भी हृदय, सांस, दमा जैसी बीमारियों के मरीज के लिए हिदायत दी है। प्रदूषण के खतरनाक स्तर के चलते बड़ी संख्या में लोगों ने सुबह की सैर और बच्चों ने शाम को खेलकूद बंद कर रखा है।

हालांकि उम्मीद जतायी जा रही है कि सात नवंबर के बाद हालात में कुछ राहत मिल सकती है। तब तक दिल्लीवासी इस बेहद जहरीली हवा में सांस लेने को मजबूर हैं।